बार एसोसिएशन देहरादून ने कोर्ट का कार्य बहिष्कार वापस ले लिया है। वकील बीते शुक्रवार से एसीजेएम न्यायालय की एक कोर्ट के खिलाफ कार्य बहिष्कार पर चले गए थे। सोमवार से बार एसोसिएशन देहरादून ने वकीलों को दोबारा कोर्ट में कामकाज शुरू करने का निर्देश दे दिया।
बीते दो नवंबर को एसीजेएम न्यायालय की एक कोर्ट में एक महिला काम से गई थी। वह अधिवक्ता हजारा के साथ काम करती थी। कोर्ट में वह गश खाकर गिरी। आरोप है कि कोर्ट में मौजूद कोई कर्मचारी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। करीब आधे घंटे बाद बार एसोसिएशन ने उसे अस्पताल भिजवाया। अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद बार एसोसिएशन ने मानवता को शर्मसार किए जाने की बात कहते हुए कोर्ट का बहिष्कार कर दिया था। मांग थी कि कोर्ट की जज को हटाया जाए। इसके बाद जिला जज के निर्देशन में एडीजे प्रथम बृजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में बार एसोसिएशन पदाधिकारियों और संबंधित कोर्ट की जज संग वार्ता हुई। बार एसोसिएशन अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल, सचिव अनिल शर्मा ने बताया कि इस दौरान कोर्ट में घटे घटनाक्रम पर संबंधित जज ने सॉरी फिल किया। इसके बाद कार्य बहिष्कार वापस ले लिया गया है।