अलसी के छोटे-छोटे बीजों में कई सारे गुण छिपे होते है। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की अच्छी-खासी मात्रा पाई जाती है। साथ ही इन बीजों में कार्ब्स, फाइबर, फैट, अमीनो एसिड्स, मैग्नीशियम और प्रोटीन की भी मात्रा मौजूद होती है। इन बीजों का सेवन कई बीमारियों से निपटने में कारगर है। मोटापा कंट्रोल करने के साथ ही डायबिटीज और दिल की बीमारियों से भी इन बीज़ों को खाकर दूर रहा जा सकता है।
अलसी के बीजों में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर मौजूद जाते हैं। जो मल को कठोर होने से बचाते हैं इससे कब्ज की समस्या नहीं होती और अगर है तो मल त्याग में तकलीफ नहीं होती। इन बीजों को आप ऐसे ही खा सकते हैं या फिर सलाद, सब्जी, फ्रूट चाट, लस्सी या स्मूदी के ऊपर डालकर भी खा सकते हैं। वैसे अलसी के लड्डू भी एक ऑप्शन है।
अलसी के बीजों में लिगनिन तत्व होता है जो ब्लड में शुगर लेवल को कम करता है। तो शुगर के मरीजों को खासतौर से इन बीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
मुट्ठीभर अलसी के बीजों को खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है जिससे आप बेवजह खानपान से बचे रहते हैं। इससे वजन कम होता है। सुबह ब्रेकफास्ट के बाद लगने वाली छोटी-मोटी भूख या शाम को स्नैक्स के तौर पर भी आप इन बीजों का सेवन कर सकते हैं।
बैड कॉलेस्ट्रोल को कम करने में अलसी के बीज बहुत ही फायदेमंद होते हैं। अलसी के बीजों में फाइबर के अलावा ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो बाइल एसिड्स को आपस में बांधने का काम करते हैं जिससे बैड कॉलेस्ट्रोल आसानी से कम होने लगता है। इससे पाचन भी सुधरता है।