प्रदेश में जनगणना अगले साल जनवरी में शुरू हो सकती है। जनगणना 2021 की शुरुआत अप्रैल 2020 से होनी थी लेकिन कोविड महामारी की वजह से यह रोक दी गई थी। अब भारत के महारजिस्ट्रार कार्यालय की ओर से दोबारा तैयारी शुरू कर दी गई है।
पहले देशभर में जनगणना दो चरणों में होनी थी। पहले चरण के तहत अप्रैल से सितंबर 2020 के दौरान मकानों की सूची बनाई जानी थी। दूसरे चरण में नौ फरवरी से 28 फरवरी 2021 के बीच जनसंख्या की गणना होनी थी लेकिन मार्च 2020 में कोविड के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से जनगणना की प्रक्रिया भी स्थगित कर दी गई थी।
फिर पिछले साल महारजिस्ट्रार कार्यालय ने दोबारा जनगणना के लिए फ्रीजिंग की डेट 31 दिसंबर 2021 तय की थी, लेकिन इस साल भी जनगणना शुरू नहीं हो पाई। अब नए सिरे से तैयारी शुरू हो गई है। उत्तराखंड में जनगणना के लिए निकायों से रजिस्टर आदि मंगाने की कार्रवाई भी चल रही है।
इस बार की जनगणना डिजिटल होगी। इसके तहत मोबाइल ऐप के माध्यम से जनगणना में हिस्सा लिया जा सकेगा। पहली बार यह डिजिटल मोड में भी कराई जाएगी। हालांकि, मैन्युअल यानी जमीनी स्तर पर भी जनगणना होगी।