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छठ पूजा में ‘ठेकुआ’ का है खास महत्व, 

Byukcrime

Oct 29, 2022 #ukcrime, #uttakhand

बिहार का लोकपर्व छठ पूजा की शुरुआत हो चुकी है। महिलाएं और पुरुष बहुत ही आस्था के साथ इस पर्व को मनाते हैं। इस त्योहार में भगवान सूर्य देव और छठी मईया की पूजा की जाती है। छठ पूजा में 36 घंटे का निर्जला उपवास रखा जाता है। बता दें कि यह पूजा कार्तिक माह की चतुर्थी तीथि से आरंभ होती है। इस पूजा की शुरुआत नहाए-खाए से होती है। आज पूजा का दूसरा दिन है, खरना। व्रती आज शाम में पूजा-पाठ कर छठी माता का प्रसाद रसिया ग्रहण करेंगे। कल इस पर्व का मुख्य दिन है यानी षष्ठी पूजा । 30 अक्टुबर को पूरे दिन और रात व्रती निर्जला उपवास रखेंगे और शाम में सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे। इस अर्घ्य में एक विशेष प्रकार का प्रसाद होता है, जिसे ठेकुआ कहते है। मान्यता के अनुसार इस पूजा के लिए ठेकुआ को बहुत ही नियम और सावधानी से बनाते हैं। आइए बताते हैं, ठेकुआ बनाने की विधि।

500 ग्राम गेहूं का आटा, पीसी हुई आवश्कतानुसार गुड़, एक टीस्पून इलायची पाउडर, तलने के लिए घी, बारीक कटी हुई ड्राईफ्रूट्स

– सबसे पहले एक साफ पैन में गर्म पानी कर लें और इसमें पीसी हुई गुड़ डालकर कुछ देर के लिए छोड़ दें।

– अब एक बड़ा बाउल लें, इसमें गेहूं के आटे को डालें। फिर डाइफ्रूट्स और इलायची पाउडर आटे में अच्छी तरह मिलाएं।

– पानी और गुड़ के मिश्रण की मदद से आटे को गूंथ लें। ध्यान रखें कि आटा गिला न हो।

– जब आटा गूंथ जाए, तो इससे छोटी-छोटी लोई बनाकर तैयार कर लें। चाहें तो सांच की मदद से ठेकुए को मनचाहा आकार दे सकते हैं।

– अब कड़ाही में घी को गर्म करें। जब घी गर्म हो जाए, तो इसमें ठेकुए को सावधानी से डालें।

– धीमी आंच पर घी में ठेकुए को तलें और जब इसका रंग बदल जाए, तो कड़ाई से इसे निकाल लें।

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