बारिश के मौसम के बाद मच्छरों से होने वाली बीमारियों का आतंक बढ़ने लगता है। इस बार भी दिल्ली और देश के कई इलाकों में डेंगू का मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। डेंगू मादा मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है, जिसका इलाज अगर सही समय पर न हो, तो जानलेवा हो सकती है। डेंगू के लक्षणों में तेज़ बुखार आना, सिर दर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना, जी मिचलाना, उल्टी आना, आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन और त्वचा पर लाल चकत्ते होना शामिल है।
डेंगू का निदान सही समय पर होना काफी महत्वपूर्ण होता है। अगर किसी को तेज़ बुखार के साथ कंपकंपी, सिर दर्द, कमज़ोरी और थकावट होती है, तो आपको डॉक्टर से सलाह ज़रूर लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाइयों को सेवन शुरू न करें। साथ ही डॉक्टर की बताई गई दवाइयां पूरी लें और अपनी मर्ज़ी से न रोकें। सही समय और सही डोज़ लें।
डेंगू के मरीज़ों को अपनी डाइट पर खास ध्यान देने की ज़रूरत भी होती है। डाइट में ताज़ा फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज, दालें, नट्स, बीन्स और बीज का सेवन ज़रूर करें। इस दौरान बाहर का खाना, जंक फूड, मसालेदार खाना, तेलीय, डिब्बा बंद और प्रोसेस्ड फूड बिल्कुल नहीं लेना चाहिए। किसी भी तरह का बेकरी या चाइनीज़ खाना भी न खाएं। चीनी युक्त ड्रिंक्स, प्रिज़र्व्ड जूस, कोल्ड ड्रिंक्स और सोडा न पिएं।
ज़्यादा से ज़्यादा तरल पदार्थ पिएं। सूप, अदरक की चाय और पुदीना चाय ज़रूर पिएं। स्मोकिंग और शराब से दूर रहें। पानी खूब पिएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे। शरीर को सही पोषण मिलने से डेंगू की दवाइयां भी सही तरीके से काम करती हैं। खीरा, तरबूज़ जैसी पानी से भरपूर चीज़ें भी खाएं।
ज़्यादा से ज़्यादा तरल पदार्थ पिएं। सूप, अदरक की चाय और पुदीना चाय ज़रूर पिएं। स्मोकिंग और शराब से दूर रहें। पानी खूब पिएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे। शरीर को सही पोषण मिलने से डेंगू की दवाइयां भी सही तरीके से काम करती हैं। खीरा, तरबूज़ जैसी पानी से भरपूर चीज़ें भी खाएं।