देश 5जी के युग में प्रवेश कर रहा हैं, जहां असीमित कनेक्टिविटी के साथ असीमित संभावनाएं भी होंगी। तीव्र कनेक्टिविटी आधारित तकनीकें बिजनेस के साथ-साथ आमजन के लिए भी अभूतपूर्व अवसरों का निर्माण करेंगी। उच्च डाटा दर, निर्बाध कवरेज, न्यूनतम विलंबता और अत्यधिक विश्वसनीय संचार प्रणाली देश के आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार साबित होगी। तकनीकों के जरिए जिन नये उत्पादों और सेवाओं का सृजन होगा, उससे बड़े पैमाने पर लोगों के जीवन में बदलाव आएगा। आइए जानते हैं इंडिया मोबाइल कांग्रेस में प्रदर्शित 5जी समर्थित कुछ ऐसी ही तकनीकों के बारे में…
5जी आने से वर्चुअल रियलिटी (वीआर),आगमेंटेड रियलिटी (एआर) जैसी तमाम आधुनिक तकनीकें हकीकत बनती नजर आएंगी। इन तकनीकों का शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और आपदा प्रबंधन आदि क्षेत्रों में प्रभावी इस्तेमाल हो सकेगा। कई स्टार्टअप और बड़े कारपोरेशन एआर/वीआर के जरिए पारंपरिक ई-लर्निंग प्लेटफार्म का नया विकल्प तैयार कर रहे हैं। इसे बड़े स्तर पर एड-टेक रिफार्म के तौर पर देखा जा रहा है। इस तकनीक में छात्र रियल-टाइम में नई-नई जानकारियों से जुड़ेंगे, जिससे उनके सीखने की गति बढ़ेगी। उदाहरण के लिए,अगर छात्र तारामंडल के बारे में जानना चाहते हैं, तो वे एआर/वीआर सिमुलेशन के जरिए आकाशगंगा के बारे में जान पाएंगे। इसी तरह अन्य विषयों की पढ़ाई भी एआर/वीआर सिमुलेशन से होगी। अलग-अलग क्षेत्रों के प्रोफेशनल्स भी वीआर कोर्सेज के जरिए साफ्ट स्किल की ट्रेनिंग ले सकेंगे। स्मार्ट हेल्थकेयर एंबुलेंस में मरीज को ले जाते समय सही समय पर सही उपचार मिल जाने से अनेक मरीजों की जान बचाई जा सकेगी। 5जी नेटवर्क से टेली-मेडिसिन और टेली-हेल्थ के क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव आएगा। जियो और मेडुलेंस ने पार्टनरशिप में एक स्मार्ट हेल्थकेयर सेट-अप तैयार किया है। इसमें एंबुलेंस में मरीज की रियल टाइम निगरानी के लिए 5जी सपोर्टेड डिवाइसेज जोड़ी जाएंगी। वायस रिकार्डिंग और एआइ कैमरे से दूर बैठे डाक्टर हर पल मरीज के स्वास्थ्य की निगरानी कर सकेंगे। साथ ही जरूरत पड़ने पर हेल्थकेयर स्टाफ को जरूरी दिशा-निर्देश भी दे सकेंगे। एंबुलेंस में 5जी राउटर कनेक्शन होता है, जिससे बिना लेटेंसी के मानिटरिंग की जा सकेगी। एयरटेल समेत अन्य कंपनियों द्वारा भी ऐसे सेट-अप तैयार किए जा रहे हैं। इसी तरह दूरदराज के इलाकों में हेल्थकेयर स्टाफ भी बेहतर कनेक्टिविटी से स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण बना पाएंगे।